जिंदगी का अर्थ
मरना हो गया है
और जीने के लिये हैं
दिन बहुत सारे ।
इस
समय की मेज़ पर
रक्खी हुई
जिंदगी है 'पिन-कुशन' जैसी
दोस्ती का अर्थ
चुभना हो गया है
और चुभने के लिए हैं
पिन बहुत सारे।
निम्न-मध्यमवर्ग के
परिवार की
अल्पमासिक आय-सी
है जिंदगी
वेतनों का अर्थ
चुकना हो गया है
और चुकने के लिए हैं
ऋण बहुत सारे।
डॉ० कुँअर बेचैन
मरना हो गया है
और जीने के लिये हैं
दिन बहुत सारे ।
इस
समय की मेज़ पर
रक्खी हुई
जिंदगी है 'पिन-कुशन' जैसी
दोस्ती का अर्थ
चुभना हो गया है
और चुभने के लिए हैं
पिन बहुत सारे।
निम्न-मध्यमवर्ग के
परिवार की
अल्पमासिक आय-सी
है जिंदगी
वेतनों का अर्थ
चुकना हो गया है
और चुकने के लिए हैं
ऋण बहुत सारे।
डॉ० कुँअर बेचैन
6 comments:
पढने के बाद कमेन्ट करने की हालत में ही नही रहते. बहुत बहुत बहुत खूब
वाह इतनी बड़ी बात और इतने से में कह दिया क्या बात है,अच्छी कविता के लिये शुक्रिया
बहुत बढ़िया सर. धन्यवाद इतनी बढ़िया कविता देने के लिए.
कुँवर जी,बहुत आभार
कम मे ज्यादा !
आसमान बहुत बडा है
और सितारे बहुत सारे
गिन न पाउं जबकि
हैं दिन बहुत सारे
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