दूर तक जो दीखती हैं दीपमालाएं कुँअर
ये तिमिर के गेह में हैं ज्योति बालायें कुँअर
बातियों की बात सुन लें तो स्वयं खुल जायेंगी
सब के मन में प्रीत की शुभ पाठशालाएं कुँअर
डॉ० कुँअर बेचैन
काव्य जगत की जानी-मानी हस्ती डॉ० कुँअर बेचैन जी को आप इस साइट पर पढ और सुन सकते हैं। हाल ही में प्रकाशित 'कोई आवाज देता है' उनके इस प्रसिद्ध गज़ल संग्रह से मैं इस ब्लॉग की शुरूआत कर रही हूँ।.......................................Managed and created by: Dr.Bhawna
Posted by डॉ० कुअँर बेचैन at 11:31 AM
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