ग़ज़ल
दिल पे मुश्किल है बहुत दिल की कहानी लिखनाजैसे बहते हुए पानी पै हो पानी लिखनाकोई उलझन ही रही होगी जो वो भूल गयामेरे हिस्से में कोई शाम सुहानी लिखनाआते-जाते हुए मौसम से अलग रह के ज़राअब के ख़त में तो कोई बात पुरानी लिखनाकुछ भी लिखने का हुनर तुझको अगर मिल जाएइश्क़ को अश्कों के दरिया की रवानी लिखनाइस इशारे को वो समझा तो मगर मुद्दत बादअपने हर ख़त में उसे रात की रानी लिखनाडॉ० कुँअर बेचैन/ ख़ुशबू की लकीर
0 comments:
Post a Comment